S. Jaishankar: राजनीतिक सहूलियत से आतंकवाद पर एक्शन सही नहीं – जयशंकर ने UN से कनाडा को दी नसीहत
खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या से भारत और कनाडा के रिश्तों में आए तनाव का असर संयुक्त राष्ट्र संघ यानी UN में दिखाई दे रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को UN की जनरल असेंबली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कनाडा का नाम लिए बिना कहा- राजनीति के लिए आतंकवाद को बढ़ावा देना गलत है। हम ये मानते हैं कि संप्रभुता का सम्मान जरूरी है, पर ये सम्मान चुनिंदा नहीं होना चाहिए। भारत विभिन्न साझेदारों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। अब हम गुटनिरपेक्षता के युग से अब विश्व मित्र के रूप में विकसित हो गए है। यह क्वाड के विकास और ब्रिक्स समूह के विस्तार से झलकता है।
जयशंकर ने कहा- आतंकवाद, चरमपंथ और हिंसा पर एक्शन राजनीतिक सहूलियत के हिसाब से नहीं लेना चाहिए। अपनी सहूलियत के हिसाब से क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान और आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं हो सकता। जब वास्तविकता, बयानबाजी से कोसों दूर हो जाए तो हमारे भीतर इसके खिलाफ आवाज उठाने का साहस होना चाहिए।
दरअसल, कनाडा की संसद के बाद 22 सितंबर को प्रधानमंत्री ट्रूडो ने UN में भी खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि कनाडा की धरती पर उसके नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के एजेंट शामिल हैं। ट्रूडो ने मांग की थी कि सच्चाई तक पहुंचने के लिए भारत सरकार उनका साथ दे। हालांकि भारत ने कनाडा के इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
चंद देशों का एजेंडा दुनिया पर नहीं थोप सकते
जयशंकर ने UN में कहा कि दुनिया चुनौतीपूर्ण वक्त से गुजर रही है। उन्होंने भारत की G20 अध्यक्षता की तारीफ की और कहा- हमारी पहल से अफ्रीकन यूनियन संगठन का हिस्सा बना। ऐसा करके हमने पूरे महाद्वीप को एक आवाज दी, जो काफी समय से इसका हकदार रहा है।
न्यूयॉर्क में 13 सितंबर से चल रही UN जनरल असेंबली यानी UNGA की बैठक में सभी सदस्य देश अपनी बात रखते हैं। UNGA की 77वीं बैठक में PM मोदी की जगह एस जयशंकर देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने UNSC में बदलावों की भारत की मांग को दुनिया के सामने दोहराया है।
जयशंकर ने कहा- समय बदल रहा है, अब दूसरे देशों की बात सुननी होगी। उन्होंने कहा कि चंद देशों का एजेंडा दुनिया पर नहीं थोपा जा सकता है। इससे पहले विदेश मंत्री जयशंकर ने इस मुद्दे को लेकर UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस से भी मुलाकात की थी।