
PM के संबोधन की बड़ी बातें…
पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा, हमें सुदूर पहाड़ों में रहने वाले लोगों की भी चिंता है, तभी तो सिर्फ 5 साल में देश के 13.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं। यह उदाहरण है कि भारत अपनी गरीबी मिटा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, सबसे पहले गरीबी हटाओ का नारा लगा, पीएम मोदी कह रहे हैं कि मिलकर गरीबी हटायेंगे। हम जिम्मेदारी लेते हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हैं।
हाल ही में देश ने लोकसभा और विधानसभा में 33% सीटें आरक्षित करने का ऐतिहासिक फैसला लिया। आपके भाई और आपका बेटा दशकों से लंबित इस कार्य को पूरा किया।
गुरुवार 12 अक्टूबर 2023 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के एक दिन का दौरा किया। यहां उन्होंने सबसे पहले पिथौरागढ़ में कैलाश व्यू पॉइंट से आदि कैलाश के दर्शन किए। फिर भारत-चीन सीमा से सटे गुंजी गांव गए। बाद में अल्मोड़ा में जगेश्वर धाम।
दिन के अंत में, पपिथौरागढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा: हमने देश के पहले गाँव के रूप में सीमावर्ती गांवों को विकसित करना शुरू कर दिया। वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, इसी तरह के सीमावर्ती गाँव विकसित हो रहे हैं।
पिछली सरकारें भी इस काम को अंजाम दे सकती थी , लेकिन पिछली सरकारों ने इस डर से सीमा क्षेत्र का विकास नहीं किया था कि दुश्मन इसका फायदा उठाकर अंदर ना आ जाए। आज का नया भारत, पहले की सरकारों की इस डरी हुई सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है।
पीएम ने सुबह 9 बजे पिथौरागढ़ में कैलाश व्यू पॉइंट से आदि कैलाश के दर्शन किए। यह व्यू पॉइंट जोलिंगकोंग इलाके में है जहां से कैलाश पर्वत साफ नजर आता है। इसके लिए अब चीन के कब्जे वाले तिब्बत जाने की जरूरत नहीं होगी।
इसके साथ ही PM ने पार्वती कुंड में पूजा-अर्चना की। यहां से 20 किलोमीटर दूर चीन की सीमा शुरू हो जाती है। नरेंद्र मोदी देश के पहले PM हैं, जिन्होंने उत्तराखंड से लगी भारत-चीन सीमा पर आदि कैलाश पर्वत का दर्शन किया।
कैलाश दर्शन के बाद PM मोदी उत्तराखंड में धारचूला से 70 किमी दूर और 14000 फीट ऊपर बसे गुंजी गांव पहुंचे। यहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की। यह गांव अगले दो साल में बड़े धर्म नगर शिव धाम के रूप में विकसित हो जाएगा। कैलाश व्यू प्वाइंट, ओम पर्वत और आदि कैलाश के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का धारचूला के बाद यही सबसे बड़ा और अहम पड़ाव होगा। यहां बड़े यात्री निवास, होटल बनेंगे। भारतीय टेलीकॉम कंपनियों का नेटवर्क भी मिलेगा। गांव में होम स्टे बढ़ाए जाएंगे।
गुंजी व्यास घाटी की उस सुरक्षित जमीन पर है, जहां न भूस्खलन का खतरा है और न ही बाढ़ का। अभी यहां 20 से 25 परिवार ही रहते हैं, जो बमुश्किल अपना खर्च चला पाते हैं। पिथौरागढ़ DM रीना जोशी के मुताबिक गुंजी के दाएं तरफ से नाभीढांग, ओम पर्वत और कैलाश व्यू प्वाइंट का रास्ता जाता है, तो बाएं तरफ से आदि कैलाश और जौलीकॉन्ग का। इसलिए ये गांव कैलाश तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मुफीद है।
प्रधानमंत्री दोपहर करीब 1 बजे अल्मोड़ा के जागेश्वर धाम पहुंचे। यहां उन्होंने शिवलिंग पर फूल और जल चढ़ाया फिर भगवान की आरती की। करीब 6200 फीट की ऊंचाई पर स्थित जागेश्वर धाम में 224 पत्थर के मंदिर हैं।
दोपहर तीन बजे पीएम पिथौरागढ़ में ग्रामीण विकास, सड़क, बिजली, सिंचाई, पेयजल, बागवानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों से जुड़ी करीब 4200 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का इनॉगरेशन किया।
उत्तराखंड के सीएम बोले, प्रधानमंत्री के दौरे से बढ़ेगा पर्यटन:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीएम मोदी के दौरे के बारे में जानकारी दी. पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आने से कुमाऊं मंडल में निश्चित तौर पर पर्यटन बढ़ेगा।